यहाँ पर माता पिता खुद अपनी बेटी से करवाते है वेश्यावृत्ति ये इनका खानदानी धंधा है
मन्दसौर ओर नीमच वैसे तो पूरे भारत मे अफीम के उत्पादन और उसकी तस्करी को लेकर विख्यात है।पर आपको शायद पता नही होगा कि यहां की बांछड़ा जाती जो सदियों से वेश्यावृत्ति करती आरही है।आपको महू नीमच रोड पर इनके नजारे मिल जाएंगे और इनके आस पास के इलाके भी बांछड़ा जाती के इस धंधे से अवगत है।आपको रतलाम से नीमच के हाई वे रास्ते पर बहुत सारी लडकिया लिपिस्टिक लगाए और ढेर सारा मेकअप किये ओर आपकी ओर ेेईशारा करती हुई मिल जाएंगी।यहाँ की बांछड़ा जाती के लोग अपनी बेटी को इसी काम मे लगाते है इनके लिए ज्यादा बेटियां मतलब इनका ज्यादा फायदा।बांछड़ा समाज के लिए भरण ओर पोषण का काम इनकी बेटियाँ ही करती है और उनका ये रिवाज आज का नही बल्कि सदियों से चला आरहा है।इनकी एक बात और ये है कि बांछड़ा जाती की जो लडकिया धंधा करती है उनकी शादी होने के बाद वह यह काम छोड़ देती है।आज कल तो यहाँ पर आपको आस पड़ोस के राज्य की लड़कियां भी देखने को मिल जाएंगी।कोई तो अपनी लड़की को यहाँ एक मुश्त पैसे लेकर यहाँ बिठा जाता है,तो कोई लड़कियों के खाने रहना का पैसा काटकर महीने के हिसाब से अपना पैसा लेता हैं।यहां पर धंधा करने वाली लडकिया पढ़ी लिखी भी है और आज कल तो मोबाइल पर भी बातचीत होने की वजह से यहाँ यह धंधा जोरो से चल रहा है।यहाँ की एक वेश्या ने कहा है "कमबख्त मर्द अपनी जोरू को तो संभाल कर रखना चाहता है,और अपनी बहन बेटीयो को पैदा करते है लोगो का बिस्तर गर्म करने के लिए छोड़ देता है"
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