कही आप भी सिंदूर भरने में ये गलती तो नही कर रहे हो जानिये कैसे सिंदूर भरे ओर उसके फायदे
हर शादी शुदा हिन्दू भारतीय महिलाएं मांग में सिंदूर भरती है।
ओर लगभग हर स्त्री को इसकी ताकत पता है।हम आज आपको बताएंगे कि कैसे महिलाओं को मांग भरनी चाहिए और सही से सिंदूर न भरने के क्या नुकसान है और सिंदूर भरने के पीछे के ऐतिहासिक कहानी और वैज्ञानिक महत्व।यह तो सभी स्त्रियों को पता है कि सिंदूर जितना लम्बा होगा उतनी पति की लंबी आयु होती है, पर कभी भी सिंदूर को ललाट पर नही लगाए ऐसा करने से पति की आयु कम होती है।सिंदूर को कभी भी बालों में छिपा कर नही रखना चाहिये ऐसा करने से पति की समाज मे भी प्रतिष्ठा छिपी रहती है,और ना कभी सिंदूर को छिपा कर भी नही भरना चाहिए।सिंदूर हमेशा सामने हाथ कर बीचो बीच थोड़ा लम्बा भरना चाहिए जो सभी को दिखे।सिंदूर के पीछे एक पौराणिक कहानी है रामायण में जब सुग्रीव ओर बाली के बीच युद्ध हो रहा था तब भगवान राम ने एक बार बाली पर बाण नही चलाया था तो सुग्रीव को युद्ध मे से भागना पड़ा था।फिर जब सुग्रीव ने राम से पूछा कि आपने बाण क्यो नही चलाया तो भगवान राम ने कहा कि दोनों भाइयों की शक्ल एक जैसी है इस लिए वह पहचान नही पाए जबकि ऐसा नही था।भगवान राम की नजरों से कोई बच नही पता है पर जब दोनों भाई युद्ध कर रहे थे तब भगवान राम की नजर बाली की पत्नी पर पढ़ी तो उसने अपने सिर में सिन्दूर लगा रखा था इसलिए राम ने बाली पर बाण नही चलाया।दूसरी जब बाण चलाया था तब बाली की पत्नी नहाने गई थी उसकी का लाभ उठाकर भगवान राम ने बाण चला दिया था। तभी से सिंदूर का महत्व शादी शुदा औरते के लिए है।अब जानते है वैज्ञनिक महत्व के अनुसार शादी शुदा औरते सिंदूर को सिर के बीचों बीच भर्ती है वहाँ ब्रहमरंध्र ग्रन्थि होती है, और सिंदूर में पारा नामक तत्व पाया जाता है जो इस ग्रन्थि के लिए बहुत उपयोगी है,जो महिलाओं के तनाव को कम करता है।
ओर लगभग हर स्त्री को इसकी ताकत पता है।हम आज आपको बताएंगे कि कैसे महिलाओं को मांग भरनी चाहिए और सही से सिंदूर न भरने के क्या नुकसान है और सिंदूर भरने के पीछे के ऐतिहासिक कहानी और वैज्ञानिक महत्व।यह तो सभी स्त्रियों को पता है कि सिंदूर जितना लम्बा होगा उतनी पति की लंबी आयु होती है, पर कभी भी सिंदूर को ललाट पर नही लगाए ऐसा करने से पति की आयु कम होती है।सिंदूर को कभी भी बालों में छिपा कर नही रखना चाहिये ऐसा करने से पति की समाज मे भी प्रतिष्ठा छिपी रहती है,और ना कभी सिंदूर को छिपा कर भी नही भरना चाहिए।सिंदूर हमेशा सामने हाथ कर बीचो बीच थोड़ा लम्बा भरना चाहिए जो सभी को दिखे।सिंदूर के पीछे एक पौराणिक कहानी है रामायण में जब सुग्रीव ओर बाली के बीच युद्ध हो रहा था तब भगवान राम ने एक बार बाली पर बाण नही चलाया था तो सुग्रीव को युद्ध मे से भागना पड़ा था।फिर जब सुग्रीव ने राम से पूछा कि आपने बाण क्यो नही चलाया तो भगवान राम ने कहा कि दोनों भाइयों की शक्ल एक जैसी है इस लिए वह पहचान नही पाए जबकि ऐसा नही था।भगवान राम की नजरों से कोई बच नही पता है पर जब दोनों भाई युद्ध कर रहे थे तब भगवान राम की नजर बाली की पत्नी पर पढ़ी तो उसने अपने सिर में सिन्दूर लगा रखा था इसलिए राम ने बाली पर बाण नही चलाया।दूसरी जब बाण चलाया था तब बाली की पत्नी नहाने गई थी उसकी का लाभ उठाकर भगवान राम ने बाण चला दिया था। तभी से सिंदूर का महत्व शादी शुदा औरते के लिए है।अब जानते है वैज्ञनिक महत्व के अनुसार शादी शुदा औरते सिंदूर को सिर के बीचों बीच भर्ती है वहाँ ब्रहमरंध्र ग्रन्थि होती है, और सिंदूर में पारा नामक तत्व पाया जाता है जो इस ग्रन्थि के लिए बहुत उपयोगी है,जो महिलाओं के तनाव को कम करता है।
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