महाभारत के युद्ध मे क्यो कभी जो खाना बना वह ना तो ज्यादा हुआ और नही कम
दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध माना जाने वाला महा भारत का युद्ध है।यह इतिहास का सबसे बड़ा युद्ध है ओर यह युद्ध कौरवो ओर पांडवों के बीच हुआ था।महाभारत के युद्ध मे हर व्यक्ति किसी न किसी की तरफ से युद्ध लड़ रहा था, इस युद्ध मे प्रतिदिन हजारो की संख्या में लोग मारे जाते थे।
महाभारत के इस युद्ध मे दो व्यक्ति ऐसे भी थे जो ना तो पांडवो के साथ थे और न कौरवो के इनमे एक तो भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम थे।ओर दूसरे उडुपी के राजा जिन्होंने किसी के भी साथ नही रहने का फैसला किया और कहा कि जब दोनों तरफ की सेनाएं युद्ध करेगी तो उनको खाने की भी आवश्यकता है, तो में दोनों तरफ खाना की व्यवस्था करूँगा।महाभारत का युद्ध पूरे 18 दिनों तक चला और इन 18 दिनों में ना तो कभी खाना ज्यादा हुआ और ना कभी कम हुआ।जब युद्ध खत्म हो गया तो उडुपी के राजा से पूछा गया कि महाभारत के युद्ध के दौरान कभी खाना ना कम पड़ा और ना ज्यादा हुआ कैसे तो,उडुपी के राजा ने बताया कि भगवान कृष्ण भोजन में मूंगफली के दाने खाते थे।जब वह जितने दाने खाते थे उस दिन उतने सैनिक मारे जाते थे,जैसे कि कृष्ण ने 5 दाने खाये तो उस दिन 5000 हजार सैनिक मारे जाएंगे उस हिसाब से खाना बनाता था।इसलिये कभी खाना ना कम हुआ न ज्यादा।
महाभारत के इस युद्ध मे दो व्यक्ति ऐसे भी थे जो ना तो पांडवो के साथ थे और न कौरवो के इनमे एक तो भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम थे।ओर दूसरे उडुपी के राजा जिन्होंने किसी के भी साथ नही रहने का फैसला किया और कहा कि जब दोनों तरफ की सेनाएं युद्ध करेगी तो उनको खाने की भी आवश्यकता है, तो में दोनों तरफ खाना की व्यवस्था करूँगा।महाभारत का युद्ध पूरे 18 दिनों तक चला और इन 18 दिनों में ना तो कभी खाना ज्यादा हुआ और ना कभी कम हुआ।जब युद्ध खत्म हो गया तो उडुपी के राजा से पूछा गया कि महाभारत के युद्ध के दौरान कभी खाना ना कम पड़ा और ना ज्यादा हुआ कैसे तो,उडुपी के राजा ने बताया कि भगवान कृष्ण भोजन में मूंगफली के दाने खाते थे।जब वह जितने दाने खाते थे उस दिन उतने सैनिक मारे जाते थे,जैसे कि कृष्ण ने 5 दाने खाये तो उस दिन 5000 हजार सैनिक मारे जाएंगे उस हिसाब से खाना बनाता था।इसलिये कभी खाना ना कम हुआ न ज्यादा।
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